Monday, December 1, 2008

मजीद मजीदी- सांग ऑफ स्पैरौज़


आपको कितने ऐसे निर्देशको के नाम मालूम हैं दिनकी चार फिल्में ऑस्कर की विदेशी भाषा श्रेणी में नॉमिनेट हो चुकी हैं? गोवा फिल्म समारोह में समापन फिल्म के रुप में शामिल की गई फिल्म् सॉन्ग ऑफ स्पैरोज़ के निर्देशक मज़ीद मजीदी के नाम ऐसा कारनामा दर्ज है। उनकी चार फिल्में सॉन्ग ऑफ स्पैरो (इस साल) बारन (२००२), द कलर ऑफ पाराडाइज़ (२०००) और डिल्ड्रन ऑफ हैवन(१९९९) ऑस्कर के लिए नामांकित हो चुकी हैं।

इनमे से तीन फिल्में डिल्ड्रन ऑफ हैवन(१९९९) कलर ऑफ पाराडाइज़ (२०००) और सॉन्ग ऑफ स्पैरोज़ मांट्रियल फिल्म समारोह में खिताब जीत चुकी हैं। ये मामला थोड़ा और संजीदा हो जाता है जब आप पाते हैं कि मजीदी ने अब तक महज सात फिल्में बनाई हैं।

सॉन्ग ऑफ स्पैरोज़ इस साल बर्लिन फिल्म समारोह में अदाकारी के लिए सिल्वर बियर जीत चुकी है। इसमें तेहरान के बाहरी गंवई इलाके में रहने वाले एक परिवार की व्यथाओं क ी कहानी है। हार और जीत है। १९८१ में एक डॉक्युमेंट्री फिल्मकार के तौर पर करिअर शुरु करने वाले मजीद मजीदी ने मोहसिन मखमलबाफ की फिल्म बायकॉट में अदाकारी भी की है। यह फिल्म १९८५ में बनी थी।

निर्देशक के तौर पर मजीदी की पहली फिल्म १९९२ में आई जिसका नाम था- बादुक। इस फिल्म में भी वह एक भूमिका निभाते नज़र आए थे। ईरानी फिल्मों के पुरअसर होने पर उनका साफ कहना है कि चूंकि ईरान की फिल्में मानवीय मूल्यों को उकेरती है ऐसे में उनकी संवेदना में तो असर होगा ही।-

क्या हमारी मुख्यधारा के सुपरस्टार निर्देशक सुन रहे हैं?


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